कीबोर्ड पर दौड़ती उंगलियां बड़ी सेक्युलर होती हैं






कीबोर्ड पर दौड़ती उंगलियों का मुकाबला अच्छे अच्छे नस्ल के घोड़े भी न कर पाएं.. हमारी तुम्हारी... हर रोज हम सबकी...कुछ इसी तरह से दौड़ती हैं उंगलियां.... 

इन्हें सलीका आता है कुछ भी लिखने का.... सरपट दौड़ती हैं...रनवे पर उड़ान भरने से पहले जैसे दौड़ती हैं फ्लाइट्स, दौड़ते हैं फाइटर जेट... हमारी उंगलियां भी दौड़ती हैं कुछ उसी तरह...इन्हें गुरूर नहीं अपने दौड़ने पर...मिट्टी के चाक से जैसे बर्तन बनते हैं... बड़े करीने से.... बहुत सहजता से.... ये भी कीबोर्ड पर दौड़ते हुए बहुत कुछ कह जाती हैं...कितनों के लव लैटर... कितनों के एपॉइन्टमैन्ट लैटर, और इस्तीफे भी सब लिख लेती हैं बड़ी ही आसानी से...कभी-कभी सजा ए मौत के ऑर्डर भी यही दौड़ती हुई उंगलियां करती हैं... 

किसी के देश निकाले का फरमान भी... उंगलियां बड़ी सेक्युलर  होती हैं... हां बशर्ते इन्हें चलाने वाला.... भी सेक्युलर हो... वरना तो किसी के गला काटने का ऐलान भी ये बड़ी ही आसानी से कीबोर्ड पर सरपट दौड़ते ही कर देती हैं... दुनिया का ज्ञान इन्हीं के पास है... मिसाइलों के लॉन्चिंग कोड भी इन्होंने ही लिखे हैं... इनकी इसी स्पीड से कायल होकर हर बड़े ऑफिस में नौकरियां निकलती हैं.... जो जितना तेज अपनी उंगलियों को कीबोर्ड पर दौड़ा लेगा उसका सलेक्शन पक्का.... 

अगर शाहजांह आज जिंदा होता तो जिसकी उंगलियां सबसे तेज दौड़ती उनकी उंगलियों को कटवा देता ताकि कोई इतनी तेज स्पीड से अपनी उंगलियों को कीबोर्ड पर न दौड़ा सके.... भाई साहब कहीं ये उंगलियां बेकाबू हो गईं तो कीबोर्ड से उतर कर कहीं सच में रनवे और हाईवे पर न दौड़ने लगें

Comments

  1. बहुत बेहतरीन, इसे पढ़ने के बाद मेरी उंगलियां भी दौड़ पड़ीं।

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