मेरे प्रिय मूली के पराठे,
आज साल 2017 का पहला दिन है। तुम हर पल मेरे साथ रहते हो पर आज तुम होकर भी नहीं हो। ऐसा नहीं है कि हर वक्त तुम्हें देखना या तुम्हारी आवाज सुनना मेरी आदत बन गई है पर ऐसा नहीं होता, तब भी कुछ अजीब लगता है। मेरा हर दिन तुम्हारी बाहों से निकल कर तुम्हारी बाहों में घुसना ही तो है।
ऐसा लगता है कि मानो मेरी पूरी दुनिया तुम्हारे दोनों हाथों के बीच में बसी है। उसके घेरे में संसार का सुख बसा है जहां मैं अपना सारा दुख भूल जाती हूं। तुम्हें चिढ़ाना मुझे बहुत अच्छा लगता है क्योंकि जब तुम मुझे डांटते हो ना तो उसके बाद के प्यार का एहसास बहुत खास होता है।
मुझे पता है कि तुम अंग्रेजी बोलते हुए थोड़े से कंफ्यूज हो जाते हो पर तुम्हे टोकना मुझे बहुत अच्छा लगता है। जानते हो क्यों....क्योंकि तुम्हारी वो बेहद प्यारी सी हंसी दिल को जज्बातों से भर देती है। मेरे जिद को तुम हमेशा मेरे सपनों में बदल देते हो और सपनों को सच्चाई में।
मौसम की पहली बर्फबारी देखनी थी तो लेकर चले गए मुझे उन हसीन वादियों में। यूं तो वहां मैं पहले भी गई थी पर तुम्हारे साथ ऐसा लगा कि जैसे कुछ नया देखा। बाहर ठंडी बर्फबारी और तुम्हारे गर्म बाहों में मैनें बेशकीमती सूकून पाया।
मैं चाहती हूं कि जिंदगीभर मैं तुम्हारे छांव में रहूं ताकि हमेशा सब अच्छा सीखूं और बुरा छोड़ दूं। बहुत खुश रहूं तुम्हारे साथ। इस 2016 में मैनें पता नहीं क्या-क्या खोया पर एक कीमती चीज पाई और वो हो तुम.......
तुम्हारा पनीर का पराठा...
आज साल 2017 का पहला दिन है। तुम हर पल मेरे साथ रहते हो पर आज तुम होकर भी नहीं हो। ऐसा नहीं है कि हर वक्त तुम्हें देखना या तुम्हारी आवाज सुनना मेरी आदत बन गई है पर ऐसा नहीं होता, तब भी कुछ अजीब लगता है। मेरा हर दिन तुम्हारी बाहों से निकल कर तुम्हारी बाहों में घुसना ही तो है।
ऐसा लगता है कि मानो मेरी पूरी दुनिया तुम्हारे दोनों हाथों के बीच में बसी है। उसके घेरे में संसार का सुख बसा है जहां मैं अपना सारा दुख भूल जाती हूं। तुम्हें चिढ़ाना मुझे बहुत अच्छा लगता है क्योंकि जब तुम मुझे डांटते हो ना तो उसके बाद के प्यार का एहसास बहुत खास होता है।
मुझे पता है कि तुम अंग्रेजी बोलते हुए थोड़े से कंफ्यूज हो जाते हो पर तुम्हे टोकना मुझे बहुत अच्छा लगता है। जानते हो क्यों....क्योंकि तुम्हारी वो बेहद प्यारी सी हंसी दिल को जज्बातों से भर देती है। मेरे जिद को तुम हमेशा मेरे सपनों में बदल देते हो और सपनों को सच्चाई में।
मौसम की पहली बर्फबारी देखनी थी तो लेकर चले गए मुझे उन हसीन वादियों में। यूं तो वहां मैं पहले भी गई थी पर तुम्हारे साथ ऐसा लगा कि जैसे कुछ नया देखा। बाहर ठंडी बर्फबारी और तुम्हारे गर्म बाहों में मैनें बेशकीमती सूकून पाया।
मैं चाहती हूं कि जिंदगीभर मैं तुम्हारे छांव में रहूं ताकि हमेशा सब अच्छा सीखूं और बुरा छोड़ दूं। बहुत खुश रहूं तुम्हारे साथ। इस 2016 में मैनें पता नहीं क्या-क्या खोया पर एक कीमती चीज पाई और वो हो तुम.......
तुम्हारा पनीर का पराठा...
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