भावों से बंधे ये शब्द मेरे.... बहती नावों से हैं...
आंखों की कोरों से छलके जो....आंसू की धारों से हैं..
सर्दी की ठिठुरी रातों में ये...हंसते अंगारों से हैं...
भावों से बंधे ये शब्द मेरे.. बहती नावों से हैं...
दिल खुश है तो ये होठों पर फूलों की बहारों से हैं..
इश्क करो तो इश्क करें...आशिक मतवालों से हैं...
भावों से बंधे ये शब्द मेरे.... बहती नावों से हैं...
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